1. निम्निलिखित में से कौन-सा मनुस्मृति में मिश्रित जातियों को दिऐ जाने वाले विभिन्न दर्जों के सम्बन्ध में सही नहीं है?
मनुस्मृति हिन्दू धर्म का एक प्राचीन धर्मशास्त्र है। इसे मान धर्मशास्त्र, मनुसंहिता आदि नामों से भी जाना जाता है। मनुस्मृति में वर्ण व्यवस्था का विस्तार से वर्णन मिलता है। इसके अनुसार वर्ण व्यवस्था में एक दर्जा कम की पत्नी से जन्में बच्चों की द्विजों के भाग के रूप में स्वीकृति मिलती थी। वर्ण दर्जे के हिसाब से दो या तीन डिग्री नीचे की महिला से जन्में बच्चों से शूद्रों में एक नया समूह निर्मित होता था। यदि महिला सम्बन्धित दर्जा पुरुष के दर्जे से ऊँचा होता था तो ऐसे विवाह की संततियों के माता-पिता के दर्जो से नीचे रखा जाता था। प्रतिलोम विवाह को अनुलोम विवाह की अपेक्षा कहीं अधिक पवित्र कानून का उल्लंघन करने वाला माना जाता था।
2. सम्राट कुमार गुप्त प्रथम की माता कौन थी?
गुप्त सम्राट चन्द्रगुप्त द्वितीय के पश्चात कुमार गुप्त ‘महेन्द्रादित्य’ (414-455 ई.) गुप्त साम्राज् की गद्दी पर बैठा। वह चन्द्रगुप्त की पत्नी धु्रव देवी से उत्पन्न सबसे बड़ा पुत्र था। इसका विवरण विलसढ़ स्तम्भ लेख से इस प्रकार प्राप्त होता है-महराराधिराज श्रीचन्द्रगुप्तस्य महादेव्यां ध्रुवदेव्यामुव्यामुत्पन्न्स्य महराजाधिराज कुमारगुप्तस्य।
3. दिद्दा किस राज्य की प्रसिद्ध रानी थी?
कश्मीर के उत्पल वंश की रानी दिद्दा अत्यन्त महत्वाकांक्षिणी शासिका थी। उसने राज्य में शन्ति एवं व्यवस्था स्थापित की तथा विद्रोहियों का दमन किया। उसके हिन्दुशाही राज्य से पारिवारिक सम्बन्ध भी थे।
4.‘तुरुष्कदण्ड’ नामक कर किस राजवंश के अभिलेखों में वर्णित है?
पूर्व मध्यकाल के गहड़वाल राजवंश के अभिलेखों में तुरुष्कदण्ड नामक कर लगाने का साक्ष्य मिलता है।
5. निम्न में से किस राजवंश में महिलाओं ने उच्च प्रशासनिक पद प्राप्त किये थे?
पूर्व मध्यकाल के चालुक्य राजवंश के दौरान महिलाओं को उच्च पद प्रदान किया गया। राजकुमारियाँ प्रदेशों की शासिका होती थी। जय सिंह द्वितीय की बड़ी बहन अक्का देवी एक प्रान्त का शासन चलाती थी।
6. प्रसिद्ध एकाश्मक कैलाश मन्दिर कहाँ स्थित है?
प्रसिद्ध एकाश्मक कैलाश मन्दिर एलोरा में स्थित है। राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम प्रसिद्ध विजेता एवं निर्माता था। उसने एलोरा के प्रसिद्ध कैलाश मन्दिर का निर्माण कराया और ब्राह्मणों को प्रभूत मात्रा में दान देकर अपनी धर्मनिष्ठता भी सिद्ध की।
7. एशियाटिक सोसाइटी आफ बंगाल के संस्थापक कौन थे?
एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल की संस्थापना 1784 ई. में विलियम जोंस द्वारा कलकत्ता में की गई थी।
8. महिला शासक रुद्राम्बा किस राजवंश से सम्बन्धित थी?
महिला शसिका रुद्राम्बा काकतीय राजवंश से सम्बन्धित थी। यह वंश वारंगल (आधुनिक तेलंगाना) मे स्थित था।
9. कृत्यकल्पतरु नामक ग्रंथ का लेखक कौन है?
गहड़वाल शासक गोविन्दचन्द्र के मंत्री लक्ष्मीधर ने ‘कृत्यकल्पतरू’ नामक ग्रन्थ की रचना की। इससे तत्कालीन राजनीति, समाज तथा संस्कृति पर सुन्दर प्रकाश पड़ता है।
10. निम्नलिखित में से कौन-से विद्वानों ने 1579 ई. में महजर का प्रारूप तैयार किया था?
1579 ई. में अकबर ने महजर जारी किया। महजर जारी करने की प्रेरणा शेख मुबारक तथा उसके पुत्रों फैजी तथा अबुल फजल द्वारा दी गई थी। महजर ने अकबर को यह अधिकार दिया कि उलमा में किसी विषय पर मतभेद होने की दशा में वह साम्राज्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए किसी एक विचार को जिसे वह सर्वोत्तम समझे, मान्यता दे सकता है। शेख मुबारक ने महजर का प्रारूप तैयार किया था।
11. निम्नलिखित में से कौन-सी फारसी पुस्तक में कपास धुनने के चाप का प्रारम्भ्कि साहित्यिक संदर्भ मिलता है?
फारसी पुस्तक काव्वाज लेक्सिन में कपास धुनने के चाप का प्रारम्भिक सन्दर्भ मिलता है।
12. शाहजहाँ पहला मुगल बादशाह था जिसने माही-मरातिब नामक एक नए ध्वज की शुरूआत की। इसे किसी व्यक्ति को प्रदत्त सर्वोच्च सम्मान माना जाता ळा। शाहजहाँ से पहले कौन-सा भारतीय शासक इसे प्रदान किया करता था?
माही-मरातिब नामक एक ध्वज जो कि मुगल काल में किसी व्यक्ति को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान था तथा यह केवल उनको दि जाता था जिनकी रैंक 7 हजार या ऊपर की होती थी। यह ध्वज शाहजहाँ के समय प्रदान किया जाने लगा। इसके पूर्व वह झण्डा दिल्ली सल्तनत के सुल्तानों द्वारा दिया जाता था।
13. शाहजहाँनाबाद में साहिबाबाद बगीचे का निर्माण किसने करवाया था, जिसे धनी व्यापारियों के लिए सराय के रूप में उपयोग किया जाता था?
जहांआरा बेगम शाहजहाँ की पुत्री थी। शाहजहांनाबाद का नक्शा जहांआरा बेगम ने ही बनवाया था। चांदनी चौक तथा शाहजहाँनाबाद में स्थित साहिबाबाद का बगीचे का निर्माण भी जहां आरा बेगम ने करवाया था। ‘साहिबाबाद का बगीचा’ बेगम का बाग के नाम से भी जाना जाता था। इसमें धनी व्यापारियों तथा यात्रियों के लिए एक सराय भी बनवायी थी।
14.''उसने सड़कों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने और यात्रियों को सुविधाएँ प्रदान करने के लिए राजमार्ग पर दो कोस की दूरी पर सरायों का निर्माण करायां यहाँ यात्री बिस्तर और पका भोजन प्राप्त कर सकते थे। बिना पके भोजन की आपूर्ति की भी व्यवस्था थी। उसने ऐसी लगभग 1700 सरायों का निर्माण कराया।'' यह शासक कौन है?
शेरशाह ने सड़को को सुरक्षित करने और यात्रियों की सुविधा के लिए उसने दो-दो करोह (कोस) अर्थात चार-चार मील की दूरी पर सराएं बनाई। हिन्दुओं और मुसलमानों के लिए इन सरायों में अलग-अलग खण्ड बनवाए गए, जहाँ उन्हें चारपाई बिस्तर तथा भोजन मिल सकते थे। मुसलमानों के लिए मुसलमान और हिन्दुओं के लिए ब्राह्मण रसोइए रखे गए। जो हिन्दु जातिगत नियम के कारण स्वयं खाना पकाते थे उनके लिए अनपक्की खाद्य सामग्री की भी व्यवस्था की गई।
15. निम्नलिखित कथन के पढ़कर नीचे दिए गए विकल्पों से सही उत्तर का चयन करें :
"समाजशास्त्रियों ने यह बताया है कि जातियाँ भी ‘संस्कृतीकरण’ के रूपों के अंतर्गत अपने व्यवसायों के साथ-साथ अपने दर्जें में कैसे परिवर्तन करती हैं।" ‘संस्कृतीकरण’ के सिद्धान्त का प्रतिपादन किसने किया था?
भारत में धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक परिवर्तनों की कुछ विशेषताओं की व्याख्या के लिए डॉ. श्री श्रीनिवास ने अपनी पुस्तक ‘दक्षिण भारत के कुर्गो में धर्म और समाज में सर्वप्रथम संस्कृतिकरण की अवधारणा का प्रयोग किया। श्रीनिवास के अनुसार संस्कृतिकरण वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से तथाकथित निम्न जातियाँ, उच्चतर वर्णो विशेषतया ब्राह्मणों के विश्वासों, संस्कारों, जीवनशैली तथा दूसरे सांस्कृतिक प्रतिमानों को अपना लेती है।
16. अलाउद्दीन की कृषि व्यवस्था में गियासुद्दीन तुगलक द्वारा अनेक परिवर्तन किए गए। इस संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा सही नहीं है?
गियासुद्दीन तुगलक 1320-1325 ई. तक दिल्ली का सुल्तान रहा। उसकी आर्थिक नीतियों का आधार रस्मोमियान थी अर्थात् संयम, सख्ती एवं नरमी के बीच एक संतुलन ले के चलना। उसने अलाउद्दीन खिलजी की कृषि व्यवस्था में अनेक परिवर्तन किए यथा-
1-किसानों का बोझ कम करने के लिए हुक्म ए-मसाहत (माप) के स्थान पर हुक्म-ए हासिल (फसल बँटाई) को अपनाया।
2-ग्राम प्रमुखों को साधारण किसानों के स्तर पर लाने के अलाउद्दीन के सिद्धान्त पर विश्वास नहीं किया और उनकी परिलब्धियों को बहाल किया।
3-खेती और चारागाह को कर निर्धारण से छूट प्रदान की।
17. निम्नलिखित में से कौन-सा राजस्व अनुदान धार्मिक बुद्धिजीवियों को नहीं दिया जाता था?
आमलक, इदारार तथा इनाम राजस्व अनुदान धार्मिक बुद्धिजीवियों को दिया जाता था। औकाफ ‘वक्फ परिसंपत्तियां’ होती थीं। ‘वक्फ’ शब्द अरबी भाषा के ‘वकुफा’ शब्द से व्युत्पन्न है जिसका अर्थ है रोक कर अथवा बांध कर रखना।
18. नीचे दो कथन दिए गए हैं, एक को अभिकथन (R) कहा गया है और दूसरे को कारण (S) कहा गया है :
अभिकथन : (R) पूर्व मध्यकाल में सामंन्तवाद की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएँ पाया जाती थी, परन्तु यह यूरोपीय सामंतवाद से काफी भिन्न था।
कारण (S): दक्षिण भारत में पूर्व मध्यकाल शहरी विकास का काल था जैसा कि शिल्पों, व्यापार, संघों और शहरी केन्द्रों के विकास से स्पष्ट है।
उपर्युक्त दो कथनों के सन्दर्भ में निम्न में से क्या सही है?पूर्व मध्यकाल में भारत में सामंतवाद की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं पायी जाती थी परन्तु यह यूरोपीय सामंतवाद से इस अर्थ में भिन्न था कि भारती सामंतवाद में कृषि दासता (सर्फदम) एवं मैनर व्यवस्था का अभाव दिखता है। इसलिए भारतीय सामंतवाद को अर्द्धसामंती कहा गया है। दक्षिण भारत में पूर्व मध्यकाल शहरी विकास का काल था जैसा कि शिल्पों, व्यापार, संघों और शहरी केन्द्रो के विकास से स्पष्ट है।
19. "सूफीवाद तब सर्वेश्वरवादी बनना शुरू हुआ जब इब्र अल-अरब (1240 में मृत्यु) के विचार सबसे पहले जलालुद्दीन रूमी (1207-1273) और अब्दुर रहमान जउनी (1414-1492) के फारसी काव्य और उसके बाद अशरफ जहाँगीर सिमनोनी (पंद्रहवी शताब्दी के प्रारम्भ) के भारत के भीतर प्रयासों पर अपना प्रभाव डालने लगे। इसी समय शंकराचार्य की वेदांत विचाधारा के सर्वेश्वरवाद का प्रभाव ब्राह्मणवादी विचारों के भीतर लगातार बढ़ रहा था"
निम्नलिखित में से कौन-सा मुगल शासक था जिसने सबसे पहले इस विचार को पहचाना?
अकबर की भाँति जहाँगीर भी दरवेशों, संतो और विभिन्न पंथो के धार्मिक चिंतको से मिलने और संलाप करने को हमेशा उत्सुक रहता था, और उन्हें दानों-अनुदानों से नवाजा करता था। जहांगीर को सर्वाधिक शांति वेदांत के अनुयायियों के मध्य मिलती थी। वेदांत को वह तसब्बुफ शास्त्र कहता था। उनसे सानिध्य स्थापित करने के प्रयत्न के सिलसिले में वह अपने शासन काल के ग्यारहवें वर्ष (1616) में उज्जैन निवासी जदरूप गोसाई से मिला था।
20.निम्नलिखित में से कौन युग्म सुमेलित नहीं है?
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