1. दीवान-ए-अर्ज (सैन्य मामलों से सम्बन्धित विभाग) को किसने प्रारम्भ किया?
बलबन ने सैन्य विभाग को वित्त मंत्रायल (दीवान-ए-विजारत) से पृथक किया और उसे एक पृथक सैन्य विभाग मंत्री (दीवान-ए-आरिज) के अंतर्गत गठित किया।
2. मुगलों के काल में ‘परगना’ के प्रशासन का मुखिया कौन होता था?
मुगलों के काल में परगना प्रशासन का मुखिया शिकदार था। यही परगना की शान्ति एवं व्यवस्था के लिए उत्तरदायी था। वह फौजदार के अधीन कार्य करता था।
3. जब्त व्यवस्था कें अन्तर्गत सर्वाधिक उपजाऊ भूमि किस रूप में वर्गीकृत की गयी थी?
जब्ती के अन्तर्गत सर्वाधिक उपजाऊ भूमि पोलज थी। भूमि का उत्पादन के आधार पर विभाजन पोलज, परती, चच्चर तथा बंजर के रूप में की गई थी।
4. निम्नलिखित में से किसे ‘दोहरे गुम्बद’ का प्राचीनतम् उदाहरण माना जाता है?
दोहरे गुम्बर का प्राचीनतम उदाहरण हुमायूँ का मकबरा, दिल्ली माना जाता है। हाजी बेगम द्वारा बनवाया गया यह मकबरा, एक वफादार बीबी की महबूबाना पेशकश मानी जाती है।
5. ग्रन्थ ‘अनवर-ए-सुहेली’ फारसी अनुवाद है?
अनवर-ए-सुहेली, पंचतंत्र का फारसी अनुवाद है। पंचतंत्र का अनुवाद अबुल फजल ने अनवर-ए-सुहेली नाम से किया।
6. ‘मालविकाग्निमित्रम्’ नाटक में विदिशा के शासक के रूप में वर्णित अग्निमित्र किस राजवंश से सम्बन्धित था?
कालिदास द्वारा लिखित मालविकाग्निमित्र नाटक में विदिशा के शासक के रूप में वर्णित अग्निमित्र शुंग राजवंश से सम्बन्धित था। ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण इस ग्रन्थ से पुष्यमित्र शुंग के बारे में जानकारी मिलती है।
7. निम्नलिखित में से कौन अकबर का घोर आलोचक था?
बदायुँनी ने मुन्तखब-उत-तवारीख की रचना की। मुल्ला बदायूँनी अकबर की धार्मिक नीति एवं कार्यो का विरोधी था।
8. राजकुमार दाराशिकोह ने किसका फारसी में अनुवाद कराया था?
राजकुमार दाराशिकोह ने काशी के पंडितों की सहायता से बावन उपनिषदों का अनुवाद, सिर्र-ए-अकबर या सिर-अल-असरार नाम से किया।
9. औरंगजेब के राज्य काल का महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ ‘फुतूहाते आलमगीरी’ किसके द्वारा लिखा गया था?
औरंगजेब के समय में ईश्वरदास नागर ने ‘फुतुहात-ए-आलमगीरी’ नामक ग्रन्थ लिखां इसमें औरंगजेब के 34 वें साल तक का विवरण उपलब्ध है। इसमें राजपूतों (विशेषताया राठौरा) के साथ औरंगजेब के सम्बन्धों का विस्तार से वर्णन है।
10. हर्ष के दरबार में ह्वनसंग को एक दूत के रूप में किने भेजा था?
हर्ष के समय की सबसे प्रमुख घटना चीनी यात्री ह्वगसांग (युवानच्वांग) के भारत आगमन की है। ह्वगसांग का जन्म 600 ई. के लगभग चीन के होनन प्रान्त के चीन लिऊ नामक स्थान में हुआ था। उसके पिता का नाम चेन-हुई था। उसके चार पुत्रों में ह्वगसांग सबसे छोटा था। उसका पिता एक अध्ययनशील व्यक्ति था जिसका प्रभाव ह्वगसांग पर पड़ा। वह बचपन में गम्भीर मनोवृत्ति का था उसे धार्मिक पुस्तकें प्रिय थी। 13 वर्ष की आयु में वह अपने बड़े भाई के साथ लोयंग के बौद्ध मठ में रहने लगा। इसी समय सुई-वंश का पतन हुआ तथा चीनी समाज में आराजकता व्याप्त हो गई। लोगों की नैतिकता का तेजी से ह्रास होने लगा फलस्वरूप ह्वगसांग अपने भाई के साथ शान्त वातावरण की खोज में पहले उत्तरी चीन में स्थित चंगन गया। यही से हन-चुंग तथा चांग तु नामक स्थान में गया जहाँ वह हुंग हुई मन्दिर में रहने लगा। यहाँ से वह चीन के विभिन्न स्थानों में बौद्ध सन्तों तथा विद्धानों के पास गया तथा धर्म के गूढ़ प्रश्नों पर वार्तालाप किया। यहीं से वह भारत में महात्मा बुद्ध के चरण चिन्हों द्वारा पवित्र किये स्थानों को देखने तथा पवित्र बौद्ध ग्रन्थों को उनके मूल भाषा में अध्ययन हेतु भारत आया।
11. औरंगजेब की मृत्यु के पश्चात बंगाल किसके नेतृत्व में मुगल साम्राज्य से लगभग स्वतन्त्र हो गया?
औरंगजेब की मृत्यु के पश्चात बंगाल मुर्शीद कुली खाँ के नेतृत्व में स्वतंत्र हो गया। मुर्शीद कुली खाँ 1700 ई. से बंगाल का दीवान था वह 1717 ई में बंगाल का सूबेदार बना। उसने स्वयं को केन्द्रीय नियंत्रण से मुक्त कर लिया परन्तु मुगल बादशाह को नियमित रूप से नजराने की काफी बड़ी रकम भेजता रहा।
12. किस मुगल सम्राट ने सर्वप्रथम अपने साम्राज्य को प्रान्तों में विभोजित किया था?
अकबर ने प्रशासन की सुविधा के लिए अपने शासनकाल के 24वें वर्ष (1580) में सम्पूर्ण साम्राज्य को बारह सूबो में विभाजित किया। बाद में उसने बरार, खानदेश, अहमदनगर को विजित किया तो सूबों की संख्या 15 हो गयी।
13. शिवाजी के राज्यकाल मे कौन वित्त विभाग का प्रमुख था?
शिवाजी के अष्टप्रधानों में अमात्य या मजमुआदार, हिसाब जाँचने वाला वित्त विभाग का प्रमुख होता था। इसका काम आय-व्यय के सब लेखों की जांच कर उन पर अपने हस्ताक्षर करना था।
14.1765 में इलाहाबाद की सन्धि किनके मध्य हुई थी?
16 अगस्त 1765 ई. में इलाहाबाद की सन्धि मुगल बादशाह शाहआलम द्वितीय, बंगाल के नवाब, शुजाउदौला और क्लाइव के बीच में हुई।
15. किस मौलवी ने 1857 की क्रान्ति को जेहाद (धर्मयुद्ध) की संज्ञा दी थी?
1857 ई. की क्रान्ति के दौरान फैजाबाद में क्रान्ति का नेतृत्व मौलवी अहमद उल्ला शाह ने किया। उन्होंने अंग्रेजों के विरूद्ध जेहाद (धर्मयुद्ध) का नारा दिया। अंग्रेज इनकी गतिविधियों से चिंतित थे और उन्होंने इन्हें पकड़ने के लिए 50 हजार रू. के पुरस्कार की घोषणा भी की थी।
16. पागलपंथी विद्रोह वास्तव में किसका विद्रोह था?
पागलपंथ एक अर्द्ध-धार्मिक संप्रदाय था, जिसे उत्तरी बंगाल के करमशाह ने चलाया था। करमशाह के पुत्र तथा उत्तराधिकारी टीपू धार्मिक तथा राजनैतिक उद्देश्यों से प्रेरित थे। उसने जमींदारों के द्वारा मुजारों पर किए गये अत्याचारों के विरूद्ध आन्दोलन किया।
17. निम्न में से किस विद्रोह का नेता बिरसा थी?
मुंडा विद्रोह के नेता बिरसा मुंडा को उल्गुलान (महन हलचल) और इनके विद्रोह को उलगुलन (महाविद्रोह) के नाम से जाना गया। बिरसा मुण्डा को जगत पिता या धरती आबा कहा जाता था। 1895 में बिरसा मुंडा ने स्वयं को भगवान का दूत घोषित किया। बिरसा मुंडा ने जमींदारों के विरुद्ध विद्रोह को धार्मिक, राजनीतिक आन्दोलन का रूप प्रदान किया।
18. 1843 के इण्डिया एक्ट V के द्वारा किसे अवैध घोषित कर दिया गया था?
1843 के इण्डिया एक्ट V के द्वारा गुलामी प्रथा को अवैध घोषित कर दिया गया। उस समय भारत का गवर्नर जनरल एलनबरो था।
19. कैबिनेट मिशन भारत कब आया?
कैबिनेट मिशन, 24 मार्च 1946 को भारत आया। इस शिष्टमण्डल में कुल तीन सदस्य थे-भारत सचिव पैथिक लारेंस, व्यापार बोर्ड के अध्यक्ष स्टेफोर्ड क्रिप्स और नौ सेना के प्रमुख ए.वी. अलेक्जेण्डर।
20.निम्न में से किसके द्वारा भारत के प्रत्येक संघीय क्षेत्र में एक शिक्षा विभाग स्थापित करने की संस्तुति की गयी थी?
वुड्स डिस्पैच 1854 ई. के द्वारा भारत के प्रत्येक संघीय क्षेत्र में एक शिक्षा विभाग स्थापित करने की संस्तुति की गयी थी। इस घोषणापत्र को ‘भारतीय शिक्षा का मैग्नाकार्टा’ कहा जाता है।
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