1. बंगाल में कुछ दस्तकारों पर अंग्रेजों ने अत्याचार किये:
अपनी औपनिवेशिक नीति के अनुसरण करते हुए ब्रिटेन को अनुचित लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से अंग्रेजों ने भारतीय गृह-उद्योगों, लघु-उद्योगों, दस्तकारी आदि का खूब शोषण किया। इस क्रम में बंगाल के कुछ दस्तकारों, जिनमें प्रमुखत: जुलाहे थे, पर खूब अत्याचार किया।
2. ताल्लुकदारी व्यवस्था का सम्बन्ध था:
ताल्लुकदारी व्यवस्था का सम्बन्ध उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र से था, जो महलवाड़ी व्यवस्था के एक पर्याय के रूप में थीं।
3. 1857 के विद्रोह के विषय में डॉ० आर०सी० मजमूदार के विचार की कटु आलोचना हुई है जिनके विचारानुसार :
1857 के विश्वेह को डा० आर० सी०मजूमदार भारतीय स्वतंता का संपाम नहीं मानते हैं। उनका मानना है कि विद्रोह की कोई योजना नहीं थी, यह अचानक ही आरम्भ हुआ। (सामान्य जनता का अंग्रेजों के प्रति दृष्टिकोण सहानुभूतिपूर्ण था)
4. निम्नलिखित विदेशी यात्रियों में से कौन मुगल साम्राज्य में नहीं आया था?
जहाँगीर के शासनकाल में सर टामस रो तथा शाहजहाँ और औरंगजेब के समय में वर्नियर और ट्रैवर्नियर भारत आने वाले विदेशी यात्री थे। डोमिंगो पायस कृष्णदेव राय के समय में विजयनगर आया था।
5. निम्नलिखित में से कौन मुगल साम्राज्य के पतन के लिए उत्तरदायी कारण नहीं था?
कमजोर उत्तराधिकारी, कृषक असंतोष तथा विदेशी आक्रमण मुगल साम्राज्य के पतन के प्रत्यक्ष कारण थे, किन्तु प्राकृतिक आपदाएं ऐसा कारण नहीं थीं, जो मुगल साम्राज्य को पतित कर दें। मुगल काल में प्राकृतिक आपदाएं आयी तो थीं, परंतु मुगल साम्राज्य के पतन में उनका कोई योगदान नहीं था।
6. तंत्रलोक के लेखक
7. बाबर के आक्रमण के समय विजय नगर साम्राज्य का शासक कौन था?
बाबर के आक्रमण के समय विजयनगर का (महानतम शासक) कृष्णदेव राय था। इसका उल्लेख बाबा ने अपनी आत्मकथा 'तुजके बावरी' में किया है। उसने | विजयनगर के शासक कृष्णदेव राय को तत्कालीन हिन्द शासकों में सर्वाधिक शक्तिशाली बताया है।
8. कृष्णदेव राय के दरबार में 'अष्टदिगज' कौन थे?
विजयनगर के शासक कृष्णदेव राय का शासकान तेलगू साहित्य का स्वर्णयुग माना जाता है। उनके दरबार में आठ तेलगू विद्वान कवि थे, जिन्हें 'अष्ट दिग्गज' कहा जाता था।
9. उपलब्ध स्रोतों के आधार पर शिवाजी का उदय अनुरेखित किया जा सकता है:
उपलब्ध स्रोतों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि शिवाजी (जन्म 1627 ई०) का उदय 1644 ई० के आस-पास पिता की जागीर के प्रशासक के रूप में सक्रिय जीवन की शुरूआत के साथ हुआ।
10. पानीपत के तृतीय युद्ध में मराठों ने अस्थायी रूप से किससे सहायता प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की थी?
पानीपत के तृतीय युद्ध में मराठों ने अस्थायी रूप से जाटों से सहायता प्राप्त की थी, इसीलिए युद्ध के प्रथम चरण में मराठों को असफलता प्राप्त हुई थी।
11. एक राजपूत राजा ने औरंगजेब को धार्मिक नीति के बारे में एक चेतावनी लिखित रूप में भेजी थी। उसका नाम था:
मुगल शासक औरंगजेब द्वारा 1663 ई. में सती प्रथा पर प्रतिबन्ध, हिन्दुओं पर तीर्थ यात्रा कर तथा जजिया कर लगाने, मुस्लिम व्यापारियों पर ढाई प्रतिशत के बकाया तथा हिन्दू व्यापारियों पर पाँच प्रतिशत बिक्री कर लगाने से क्षुब्ध होकर जोधपुर के महाराज जसवंत सिंह ने औरंगजेब को लिखित चेतावनी दी थी किन्तु औरंगजेब ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
12. नीचे दो कथन दिए गए हैं. एक को अभिकथन (A') कहा गया है और दूसरे को कारण (R') कहा गया है।
अभिकथन (A') : अब इस सम्बन्ध में काफी कम संदेह है कि सिन्धु घाटी सभ्यता के कतिपय पहलू द्वितीय और प्रथम सहस्राब्दि की संस्कृतियों में मिलते है।
कारण (R') : सिन्धु घाटी सभ्यता और वैदिक संस्कृति के बीच प्रारंभिक हैती सभ्यता के अस्तित्व को अब नहीं माना जाता है।
उपर्युक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्न में से क्या सही है?
अभिकथन (A') : अब इस सम्बन्ध में काफी कम संदेह है कि सिन्धु घाटी सभ्यता के कतिपय पहलू द्वितीय और प्रथम सहस्राब्दि की संस्कृतियों में मिलते है।
कारण (R') : सिन्धु घाटी सभ्यता और वैदिक संस्कृति के बीच प्रारंभिक हैती सभ्यता के अस्तित्व को अब नहीं माना जाता है।
हत्ती या हित्ती तुर्की (एशियाई) साम्राज्य के बड़े भाग के स्वामी थे। भाषा के रूप में हित्ती हिंद-यूरोपीय परिवार की है। परन्तु उसकी लिपि प्राचीन सुमी-साजली-अजूटी है और उसका साहित्य ऊवकादी अथवा उससे भी पूर्ववर्ती सुमेरी से प्रभावित है।
13. निम्नलिखित में से कौन-सा गलत है?
उपर्युक्त दो कथनों के संदर्भ में निम्न में से क्या सही है?
श्रुति हिन्दू धर्म के सर्वोच्च और सर्वोपरि धर्मग्रन्थ है। श्रुति का शाब्दिक अर्थ है सुना हुआ अर्थात ईश्वर की वाणी जो प्राचीन काल में ऋषियों द्वारा सुनी गई तथा जगत में फैलाई गई। इन्हें वेद कहते हैं। इनके अलावा अन्य ग्रन्थों को स्मृति माना गया। अर्थात मनुष्यों के स्मरण और बुद्धि से बने ग्रंथ जो वस्तुतः श्रुति की ही मानवीय विवरण और व्याख्या माने जाते हैं। श्रुति और स्मृति में कोई विवाद होने की अवस्था में श्रुति को ही मान्यता मिलती है।
14. काव्यदर्श के लेखक
15. हड़पा सभ्यता महत्वपूर्ण वृक्ष हैः
16. कथन: प्राचीन इतिहास के अध्ययन से पता चलता है कि प्राचीन भारत में गुरु एवं शिष्य दोनों ही शिक्षा के परिमाण को नहीं बल्कि गुण को महत्त्व देते थे।
निष्कर्ष
I. प्राचीन भारत में गुरु एवं शिष्य शिक्षा के गुणों के सम्बन्ध में एक मत थे।
II. आधुनिक भारत में शिक्षा के गुणों को मान्यता नहीं दी जाती है।
यह मानते हुए कि कथन सही है, यह निर्णय लीजिए कि कौन-सा निष्कर्ष सही है?
निष्कर्ष
I. प्राचीन भारत में गुरु एवं शिष्य शिक्षा के गुणों के सम्बन्ध में एक मत थे।
II. आधुनिक भारत में शिक्षा के गुणों को मान्यता नहीं दी जाती है।
17. महान साहित्यकार वाक्पति और भवभूति किसके दरबार की शोभा
बढ़ाते थे?
यशोवर्मन का राज्यकाल ७०० से ७४० ई० के बीच में रखा जा सकता है। कन्नौज उसकी राजधानी थी। कान्यकुब्ज (कन्नौज) पर इसके पहले हर्ष का शासन था जो बिना उत्तराधिकारी छोड़े ही मर गये जिससे शक्ति का 'निर्वात' पैदा हुआ। जैन ग्रंथ बप्प भट्ट, सूरिचरित और प्रभावक चरित में उसे चंद्रगुप्त मौर्य का वंशज कहा गया है किंतु यह संदिग्ध है।
18. निम्नलिखित में से कौन-सा ग्रन्थ जैन ग्रन्थ है?
19. किस कुषाण शासक ने सर्वाधिक स्वर्णमुद्राएँ जारी की?
20. निम्न में से किस तिथि को अंग्रेजों ने कलकत्ता पर पुन: अधिकार कर लिया?
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